प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के मद्देनजर एक ही दिन में चुने जाएंगे भाजपा के जिलाध्यक्ष

                                         48 जिलों में 800 भाजपा मंडल अध्यक्षों का हो चुका है चुनाव


                                30 नवंबर को 56 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों के निर्वाचन की तैयारी


भोपाल. दिसंबर के पहले पखवाड़े में संभावित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के मद्देनजर पार्टी 30 नवंबर को एक ही दिन 56 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों का निर्वाचन करने जा रही है। इसकी तैयारी कर ली गई है। प्रदेश निर्वाचन प्रभारी हेमंत खंडेलवाल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि जिलाध्यक्षों के चयन के बाद आगे की प्रक्रिया होगी।


बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्षों के चुनाव के लिए तमाम बड़े नेताओं को आमराय बनाने की जिम्मेदारी दी जा सकती है, ताकि विवाद की स्थिति न बने। अभी मंडल अध्यक्षों के चुनाव हो रहे हैं, जिसमें यही प्रक्रिया अपनाई गई है। बुधवार तक 48 जिलों में 800 मंडल अध्यक्षों का निर्वाचन हो चुका है।


प्रदेश में यह संख्या 1056 है। पार्टी संविधान के मुताबिक जिलों में आधे मंडल अध्यक्ष चुन लिए जाएं तो जिलाध्यक्ष का निर्वाचन हो जाता है। इसी तरह आधे जिलाध्यक्षों का चुनाव हो जाए तो प्रदेश की प्रक्रिया हो जाती है, इसीलिए अब पार्टी स्तर पर कोई देरी नहीं की जाएगी।
 


लंबे इंतजार के बाद भोपाल के 25 मंडलों की घोषणा, 3 में नहीं बनी सहमति
भाजपा ने लंबे इंतजार के बाद बुधवार को भोपाल शहर के 29 मंडलों में से 25 की घोषणा कर दी। जिला निर्वाचन अधिकारी व पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला और सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुनील पांडेय ने सभी विधायकों के साथ तमाम बड़े नेताओं से सलाह-मशविरा करने के बाद यह सूची जारी की। किसी भी जगह विवाद को ज्यादा बढ़ने नहीं दिया। हुजूर में संत नगर, दक्षिण-पश्चिम िवधानसभा के टैगोर व पंचशील मंडल और मध्य विधानसभा के महाराणा प्रताप मंडल में सहमति नहीं बन पाने के कारण इसे रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां उम्र का बंधन आ गया है। पार्टी ने तय किया है कि अधिकतम 40 उम्र तक के ही मंडल अध्यक्ष होंगे। इन तीन मंडलों में उम्र इससे ज्यादा पाई गई, इसलिए इसे बाद में घोषित किया जाएगा। भोपाल शहर की सूची इस प्रकार है।